लगता है कि डा जवाहर शाह और मेरे मध्य छतीस का आंकडा बन चुका है। पिछला पंगा बडी मुशिकल से समाप्त हो ही पाया था और अब यह नया पंगा शुरु हो गया। अब की समस्या इस साफ़्ट्वेएर के PMS यानि patient management system को लेकर है। कई खूबियों के होते हुये भी मै इस साफ़्ट्वेएर के निर्माताओ की कार्य प्रणाली से बिल्कुल भी सन्तुष्ट नही हूँ। मेल पर मेल भेजे जाओ पर जबाब देना उचित नही समझते, Hpathy.com और otherhealth.com पर शिकायतों के पुलिन्दे इकट्ठा हो चुके हैं । लेकिन साफ़्ट्वेएर निर्माता इस बात को नही समझते कि उनके द्वारा प्रदान की गयी सर्विस उनके उत्पाद को कसौटी पर परखने मे सिद्द होते हैं।
समस्या है क्या ?
नीचे दिये गये चित्र इस समस्या को ठीक से समझा सकते हैं।
ऊपर आकृति को गौर से देखें:
26-1-2007 को रोगी दिखाने के लिये आया। देखें करसर नं-1
पिछली बार रोगी 15-1-2007 को आया था। देखें करसर नं-2
चूँकि रोगी को पिछली औषधि से आराम था, इसलिये यह औषधि को दोबारा repeat करना था।
इसलिये copy presc को किल्क किया गया। देखें करसर नं-3
लेकिन यह क्या, यह तो 15-5-2006 की औषधि को repeat कर रहा है, जब कि मुझे 25-12-2006 की औषधि को देना था।
यह क्यों हुआ? इसका कारण साफ़्ट्वेएर तारीखों को गलत ले रहा है। इसको 19-1-2007 की पूर्व तिथि 15-1-2007 को दिखाना चाहिये था, जबकि यह 1-7-2006 को दिखा रहा है।
शुरू -2 तो मुझे लगा यह परेशानी कम्पयूटर मे शायद वाइरस की वजह से हो, वाइरस स्कैन किया , कुछ नही निकला। परसों सोचा कि और चिकित्सकों से भी सम्पर्क किया जाय जो इस साफ़्ट्वेएर को प्रयोग कर रहे हैं और कमोबक्श सब चिकित्सकों की तकलीफ़ PMS को लेकर ही निकली। कल लखनऊ से ही डा पियूष पान्डे जी ने भी इसी समस्या की ओर अपना नजरिया स्पष्ट किया ।
इसी समस्या को लेकर मैने होम्पैथ के ऊतर पदेश वितरक डा पुष्कर से बात की , हर बार की तरह उनका रविया टालू रहा, आने का आशवासन देकर उन्होने तो मेरे कम्पयूटर की यादशात को ही गडबड ठहरा दिया। ( low memory। इस ब्लाग पर इस समस्या को लाने का मेरा कोई इरादा नही था लेकिन अब मुझे लगने लगा है कि पानी सर से ऊपर गुजर चुका है, एक दो दिन मे फ़िर Hpathy forum और otherhealth के forum मे दोबारा जाने का इरादा बना लिया है।
जवाहर शाह जी, समस्यायें तो सब के साथ आती रहती हैं लेकिन उनका समाधान तो दीजिये, आज 15000 रू लगाने के बाद दूसरे साफ़्टवेएर मे जाने की हिम्मत नही। हाँ, रडार(Radar) दूसरा और अच्छा विकल्प है, कम से कम रडार समय -2 पर लगातार अपडेटस दे कर बग्स (bugs)और दूसरी समस्याओ को दूर तो करता रहता है लेकिन उसको लेने के लिये भी कम से कम 25000/- का चूना तो लगेगा ही। आप देगें क्या?