जन्म भूंमि और कर्म भूमि लखनऊ !! वर्ष १९८६ में नेशनल होम्योपैथिक कालेज , लखनऊ से G.H.M.S. किया , और सन १९८६ से ही इन्टर्नशिप के दौरान से ही प्रैक्टिस मे संलग्न .. वर्ष १९९४ मे P.H.M.S. join करते-२ मन बदला और तब से प्राइवेट प्रैक्टिस मे संलग्न।
होम्योपैथी मे आना कुछ अकस्मात ही नही रहा । मेरे बडे भाई , डां शेखर टन्डन जो लखनऊ के एक प्रसिद्ध होम्योपैथ हैं , मेरी होम्योपैथिक शिक्षा का अधिकांश समय उनकी विलक्षण प्रतिभा के तले गुजरा । होम्योपैथिक चिकित्सा पद्दति एक निरंतर सीखने की मंजिल है आज २५ साल की प्रैटिक्स के बाद भी यह नि:संकोच कह सकता हूँ कि हम आज भी होम्योपैथिक के छात्र हैं । मेरे परिवार मे मै और मेरी पत्नी डां अनिका टन्डन और मेरा पुत्र आयुष जो इस समय नेहरु होम्योपैथिक कालेज , दिल्ली के छात्र है।
हिन्दी मे इस चिठ्ठे को लाने का श्रेय जीतू भाई को रहा । सन २००६ मे कम्प्यूटर पर हिन्दी लिखने की उत्कठां जागी और जीतू भाई के ब्लाग तक पहुँचा और फ़िर शुरु हुआ एक संक्षिप्त दौर सीखने - सिखाने का । उन दिनों मेरे पसंदीदा ब्लाग मे शुऐब का भी ब्लाग था जिसकी चर्चा मैने अन्यत्र कई लेखों मे की है ।
religion या धर्म को लेकर मेरे अन्यों से मतभेद निरंतर बने रहे क्योंकि मेरे विचार से धर्म को कभी भी sectorism यानी संप्रदाय मे नही बाँटा जा सकता । भले ही मुझसे लोग सहमत न हों लेकिन मुझे इस तरह का धर्म का स्वरुप पंसद नही है । जैसे पानी का धर्म निर्मलता और आग का धर्म उष्णता को उत्पन्न करना है वैसे ही धर्म का स्वरुप इंसानों के लिये एक ही हो सकता है । धर्म मूलत: इन्सान के चरित्र से संबधित है । धर्म बेशक इन्सान के लिये आवशयक है क्योंकि यह इन्सान के चरित्र के निर्माण मे सहायक है लेकिन धर्म को ईशवर की अवधारणा से जोड्कर इतनी सीधी साधी धर्म की परिभाषा को इंसान ने विभिन्न धर्म ,संप्रदाय , जात और बिरादरी मे बाँट दिया । अब वह समय है कि परपंरावादी विभिन्न प्रकार के धर्म , ढकोसलों को ढोने वाला धर्म को अब अतीत बन जाना चाहिये । और धर्म ऐसा हो जो वैज्ञानिक आधार पर सही उतरता हो । गौतम बुद्ध और श्री कृष्ण मुझे प्रिय है और मै उनको अपना आर्द्श मानता हूँ , और यही कारण है कि इस ब्लाग मे भी विभिन्न लेखों मे भी उनका उल्लेख दिखेगा ।
होम्योपैथिक से संबधित यह ब्लाग व्यवासायिक ब्लाग बिल्कुल भी नही है , मेरा उद्देशय होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र मे निरंतर हो रहे शोध कार्यों और गतिविधियों को आपके सामने रखना है और उन लोगों को विशेषकर वह जो इस चिकित्सा पद्दति के घोर विरोधी हैं यह संदेश देना है कि यह पद्दति एक विशुद्ध वैज्ञानिक पद्दति है ।
व्यवासायिक ब्लाग न होते हुये भी अगर आप मुझसे संपर्क करना चाहते हों तो नीचे दिये निम्म संपर्क सूत्रों पर संपर्क कर सकते हैं।
Clinic : Meo Lodge , Ramadhin Singh Road , Daligunj , Lucknow
E mail : drprabhatlkw AT gmail.com
Landline No : 0522-2740211. 0522-6544031
Mobile no : xxxxxxxxx
होम्योपैथिक के इस हिन्दी चिठ्ठे के अलावा मेरे अन्य चिठ्ठे हैं :
1. Indian Journal Of Research In Homeopathy
2. Homeopathy - A New Approach
3. मटरगशती
4. Preachings of Buddha ( यहाँ मै चिन्तन के नाम से ब्लागिग कर रहा हूँ ।)
आने वाले चिठ्ठे :
7. गीता दर्शन
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